
- हिन्दी के प्रारंभिक काल को ’आदिकाल’ नाम देने वाले हैं-
(अ) राहुल सांस्कृत्यायन (ब) रामकुमार वर्मा
(स) महावीर प्रसाद द्विवेदी (द) हजारी प्रसाद द्विवेदी
सही उत्तर-(द)
- गोरखनाथ की साधना पद्धति का नाम है-
(अ) वज्रयानी साधना (ब) हठयोग साधना
(स) काल-भैरव साधना (द) सम्यक् साधना
सही उत्तर-(ब)
- हेमचन्द्र का ’सिद्ध हेमशब्दानुशासन’ है-
(अ) दार्शनिक ग्रंथ (ब) लोकोपदेशपरक ग्रंथ
(स) व्याकरण ग्रंथ (द) सौन्दर्यपरक ग्रंथ
सही उत्तर-(स)
- ’पाहुङ दोहा’ ग्रंथ के रचनाकार कौन थे?
(अ) जोइन्दु (ब) रामसिंह
(स) जिनदत्त सूरि (द) धनपाल
सही उत्तर-(ब)
- ’’मैं हिंदुस्तान की तूती हूँ।………’’ यह कथन किस लेखक का है?
(अ) लल्लूलाल (ब) इशाअल्ला खां
(स) अमीर खुसरो (द) भारतेन्दु हरिशचन्द्र
सही उत्तर-(स)
- ’देसिल बअना सब जन मिट्ठा’ – देशी भाषा के मिठास का यह वर्णन करने वाले रचनाकार का नाम है-
(अ) शालिभद्र सूरि (ब) हजारीप्रसाद द्विवेदी
(स) चन्दबरदायी (द) विद्यापति
सही उत्तर-(द)
- ’शारगधरपद्धति’ किस विधा की रचना है?
(अ) महाकाव्य (ब) सुभाषित संग्रह
(स) खण्ड-काव्य (द) एकार्थ काव्य
सही उत्तर-(ब)
- ’मैथिल-कोकिल’ नाम से जाने जाते हैं-
(अ) रहीम (ब) सुन्दरदास
(स) जयदेव (द) विद्यापति
सही उत्तर-(द)
- ’बीसलदेव रासो’ की नायिका का नाम है-
(अ) पद्मावती (ब) मानमती
(स) राजमति (द) दानमती
सही उत्तर-(स)
- ’रणमल्ल छन्द’ काव्य के रचनाकार हैं-
(अ) विद्याधर (ब) जयानक
(स) जगनिक (द) श्रीधर
सही उत्तर-(द)
- कबीरदास के काव्य में विद्यमान भावात्मक रहस्यवाद की झलक का कारण है-
(अ) वेदान्त का प्रभाव (ब) सूफी सत्संग का प्रभाव
(स) अन्योक्ति का प्रभाव (द) ज्ञानमार्गी चिंतन का प्रभाव
सही उत्तर-(ब)
- निर्गुणपन्थियों में सबसे अधिक शिक्षित और शास्त्रज्ञ थे-
(अ) दादूदयाल (ब) धर्मदास
(स) सुन्दरदास (द) कबीरदास
सही उत्तर-(स)
- ’अगुनहिं सगुनहिं कछु भेदा’ उक्ति है-
(अ) तुलसीदास की (ब) मलिक मुहम्मद जायसी की
(स) मंझन की (द) कबीरदास की
सही उत्तर-(अ)
- साहित्य को ’सुरसरि सम’ सबका हितकारी घोषित किया-
(अ) केशवदास ने (ब) रामानन्दाचार्य ने
(स) सूरदास ने (द) गोस्वामी तुलसीदास ने
सही उत्तर-(द)
- ’बरवै रामायण’ के नामकरण का आधार है-
(अ) बरवै छन्द (ब) रहीम का सुझाव
(स) अज्ञात छन्द (द) तुलसी का बिरवा
सही उत्तर-(अ)